पदार्थ

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पदार्थ केरौ रूप मँ क्वार्क क उदहारण

पदार्थ चिरसम्मत भौतिकी आरू सामान्य रसायन विज्ञान म॑ समान गुण बला एगो विशेष प्रकार क पदार्थ छेकै जेकरऽ द्रव्यमान होय छै आरू आयतन होय के कारण स्थान छेकै छै। सब्भे रोजमर्रा केरौ वस्तु जेकरा स्पर्श करलऽ जाय सकै छै उ अंततः परमाणु स॑ बनलऽ होय छै, जे परस्पर क्रियाशील अवपरमाणुक कणऽ स॑ बनलऽ होय छै आरू रोजमर्रा के साथ-साथ वैज्ञानिक प्रयोग म॑ "पदार्थ" म॑ सामान्यतः परमाणु आरू ओकरा स॑ बनलऽ कोय्यो वास्तु, आरू कोय्यो कण (या संयोजन कणक शामिल छै) जे एन्हौ काम करै छै जैसनौ ओकर निश्चर द्रव्यमान आरु आयतन दोनो हुअ। लेकिन एकरा म॑ द्रव्यमानहीन कण जेना कि फोटॉन, या अन्य ऊर्जा घटना या तरंग जेना कि प्रकाश या ताप शामिल नै छै। पदार्थ विभिन्न अवस्था (प्रावस्था के नाम स॑ भी जानलऽ जाय छै) म॑ मौजूद छै। ई सब म॑ शास्त्रीय रोजमर्रा के प्रावस्था जेना कि ठोस, तरल, आरू गैस शामिल छै – उदाहरण लेली पानी बर्फ, तरल जल, आरू गैसीय भाप के रूप म॑ मौजूद छै – लेकिन अन्य अवस्था संभव छै, जेकरा म॑ प्लाज्मा, बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट, फर्मियोनिक कंडेनसेट, आरू क्वार्क–ग्लूओन प्लाज्मा शामिल छै।

पदार्थ केरौ अवस्था सिनी[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

पदार्थ तीन अवस्था मँ पैलौ जाय छै – ठोस, तरल आरु गैस, प्लाज्मा एगो आंशिक रूप मँ होय छै। तापमान आरू दबाव केरऽ देलऽ गेलऽ परिस्थिति म॑ कोनो पदार्थ केरऽ जे अवस्था होतै वू पदार्थ केरऽ कणऽ के बीच दू विपरीत बलऽ, अंतर-आणविक बल आरू तापीय ऊर्जा केरऽ संयुक्त प्रभाव प॑ निर्भर करै छै। अंतर-आणविक बल अणु (या परमाणु या आयन) क॑ नजदीक रखै के प्रवृत्ति रखै छै, जबकि तापीय ऊर्जा वू कणऽ क॑ तेज गति स॑ चलै के कारण अलग रखै के प्रवृत्ति रखै छै।[१]

ठोस[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

ठोस मँ, कण महीन महीन रूप सँ भरलौ होय छै। ठोस पदार्थ केरऽ कणऽ म॑ आकर्षण केरऽ अधिक बल के कारण एकरऽ आकार आरू आयतन निश्चित होय छै। ठोस पदार्थ क कुछु सामान्य उदाहरण छेकै ढेलौ, ईटौ, गाड़ी, बस अरिन।

तरल[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

तरल मँ कणौ केरौ मध्य बन्धन ठोस क तुलना मँ कम होय छै अतः कण गतिमान होय छै। एकरौ निश्चित आकर नाय होय केरौ माने एकरा जौन आकार मँ ढाली दौ वही मँ ढल जाय छै किंतु एकरौ आयतन निश्चित होय छै। उदहारण: जल, फल केरौ रस, नरियर पानी अरिन।

गैस[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

गैस मँ कणौ केरौ मध्य बन्धन ठोस आरू द्रव केरौ तुलना मँ कम होय छै अतः कण बहुत गतिमान होय छै। एकरौ नाय त निश्चित आकार छै आरू नहिये निश्चित आयतन। उदहारण: वायु, ऑक्सीजन अरिन।

प्लाज्मा[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

प्लाज्मा भौतिकी आरू रसायन विज्ञान म॑ एगो आंशिक रूप स॑ आयनित गैस छेकै, जेकरा म॑ इलेक्ट्रॉन केरऽ एगो निश्चित अनुपात परमाणु या अणु स॑ जुड़लऽ होय के बजाय मुक्त होय छै। उदाहरण: प्लाज्मा दीप

एकरहो देखौ[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

बाहरी कड़ी[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

संदर्भ[संपादन | स्रोत सम्पादित करौ]

  1. रसायनशास्त्र, भाग-१, (कक्षा १२), एनसीईआरटी, नई दिल्ली, पृष्ठ-२