राम
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राम/श्रीराम/श्रीरामचन्द्र, रामायण के अनुसार,महाराजा दशरथ आरू रानी कौशल्या के सबसऺ बड़का पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता छेलै। हनुमान उनको परम भक्त छीकै। लंका के राजा रावण के वध वहीं करने छेलै। उनको प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप मं छै कहीने कि वें मर्यादा के पालन के लेली राज्य, मित्र, माता-पिता तक क त्याग करलकै। श्री राम जी के जन्म ऐगो क्षत्रिय इक्ष्वाकु सूर्यवंश कुल मऺ होलो छेलै।
वे भगवान विष्णु के अवतार माने जाते हैं। ऋषि वाल्मीकि ने संस्कृत भाषा रामायण की रचना की थी।लेखक गोस्वामी तुलसीदास ने भी उनके जीवन पर केन्द्रित भक्तिभावपूर्ण सुप्रसिद्ध महाकाव्य रामचरितमानस की रचना की थी। इन दोनों के अतिरिक्त अन्य भारतीय भाषाओं में भी रामायण की रचनाएँ हुई हैं, जो काफी प्रसिद्ध भी हैं। दक्षिण के क्रांतिकारी पेरियार रामास्वामी व ललई सिंह यादव की रामायण भी मान्यताप्राप्त है। भारत में श्री राम अत्यन्त पूजनीय हैं और आदर्श पुरुष हैं तथा विश्व के कई देशों में भी श्रीराम आदर्श के रूप में पूजे जाते हैं जैसे नेपाल, थाईलैण्ड,मारीशस इण्डोनेशिया आदि । इन्हें पुरुषोत्तम शब्द से भी अलंकृत किया जाता है। इनका परिवार, आदर्श थाईलैंडी परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। रामरघुकुल में जन्मे थे, जिसकी परम्परा रघुकुल रीति सदा चलि आई प्राण जाई पर बचन न जाई[१] की थी। ब्राह्मणों के अनुसार राम न्यायप्रिय थे। उन्होंने बहुत अच्छा शासन किया, इसलिए लोग आज भी अच्छे शासन को रामराज्य की उपमा देते हैं। इनके दो पुत्रों कुश ( कुश के वंशज ही बाद में कुशवाहा कहलाए ) व लव ने इनके राज्यों अयोध्या और कोशलपुर को संभाला था।
वैदिक धर्म के कई त्योहार, जैसे दशहरा, राम नवमी और दीपावली, श्रीराम की वन-कथा से जुड़े हुए हैं। रामायण सदैव से भारतीयों के मन में बसता आया है, और आज भी उनके हृदयों में इसका भाव निहित है। भारत में किसी व्यक्ति को नमस्कार करने के लिए राम राम,जय सियाराम जैसे शब्दों को प्रयोग में लिया जाता है। ये भारतीय संस्कृति के आधार हैं।। राम और कृष्ण दोनो ही विष्णु का अवतार हैं अतः ये दोनो एक ही हैं।
- ↑ रामचरितमानस (सटीक)-2-28-2; गीताप्रेस गोरखपुर, संस्करण-1999ई०।