शिशुनाग वंश
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इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (जनवरी 2015) Find sources: "शिशुनाग वंश" – news⧼Dot-separator⧽newspapers⧼Dot-separator⧽books⧼Dot-separator⧽scholar⧼Dot-separator⧽JSTOR |
शिशुनाग वंश 412 स 345 ई॰पू॰ गद्दी प बैठलै। महावंश के अनुसार ऊ लिच्छवि राजा के ऐगो पत्नी स उत्पन्न पुत्र छेलै । ई सर्वप्रथम मगध के प्रबल प्रतिद्वन्दी राज्य अवन्ति प वहां के शासक अवंतिवर्द्धन के विरुद्ध विजय प्राप्त करलकै आरू होकरो अपनो साम्राज्य म सम्मिलित करी लेलकै। ई प्रकार मगध के सीमा पश्चिम मालवा तक फैली गेलै। तदुपरान्त वें वत्स क मगध म मिलैलकै। वत्स आरू अवन्ति क मगध म विलय स, मत्स्य जनपद के लेली पश्चिमी देश स, व्यापारिक मार्ग के लेली रास्ता खुली गेलै।इतिहास Archived २०२१-०६-१४ at the Wayback Machine