कीट
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कीट Insect | |
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एक टिड्डी | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | जंतु |
संघ: | युआर्थ्रोपोडा (Euarthropoda) |
अश्रेणीत: | पैनक्रस्टेशिया (Pancrustacea) |
उपसंघ: | षटपाद (Hexapoda) |
वर्ग: | इन्सेक्टा (Insecta) लीनियस, 1758 |
गण, कुल, वंश, जातियाँ | |
१ करोड़ अनुमानित जातियाँ |
कीट [१] अर्थोपोडा संघ कू ऐगो प्रमुख वर्ग छीकै। हेकरो 10 लाख स अधिक जाती के नामकरण होय चुकलो छै। पृथ्वी प पाय जाय वाला सजीव म आधा स अधिक कीट छै।[२][३] ऐसनु अनुमान लगैलो गेलो छै कि कीट वर्ग के 3 करोड़ प्राणी ऐसनो छै कि जिनको चिन्हित ही नय करलो गेलो छै। अतः ई ग्रह प जीवन के विभिन्न रूप कीट वर्ग के योगदान 90% छै।[४] ये पृथ्वी पर सभी वातावरणों में पाए जाते हैं। सिर्फ समुद्रों में इनकी संख्या कुछ कम है। आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण कीट हैं: एपिस (मधुमक्खी) व बांबिक्स (रेशम कीट), लैसिफर (लाख कीट); रोग वाहक कीट, एनाफलीज, क्यूलेक्स तथा एडीज (मच्छर); यूथपीड़क टिड्डी (लोकस्टा); तथा जीवीत जीवाश्म लिमूलस (राज कर्कट किंग क्रेब) आदि।
- ↑ लुआ त्रुटि मोड्यूल:Citation/CS1/Utilities में पंक्ति 38 पर: bad argument #1 to 'ipairs' (table expected, got nil)।
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- ↑ Threats to Global Biodiversity Archived २०१५-०२-२० at the Wayback Machine (Accessed December 2007
- ↑ लुआ त्रुटि मोड्यूल:Citation/CS1/Utilities में पंक्ति 38 पर: bad argument #1 to 'ipairs' (table expected, got nil)।