मैकमोहन लाइन अंतर्राष्ट्रीय सीमा
अमरीका नँ मार्च -2023 मँ औपचारिक रूप सँ मैकमोहन रेखा क भारत केरो अरुणाचल प्रदेश आरू चीन के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के रूप मँ मान्यता देले छै। साथें पेचिंग केरो ई दावा क खारिज करी देलै छै कि अरुणाचल प्रदेश चीन केरो क्षेत्र मँ आबै छै।
ई आशय केरो प्रस्ताव दूनू तरफो सँ पहलो दाफी बितलो महीना अमेरिकी सीनेट मँ पेश करलो गेलो छेलै। मंगलवार क ई प्रस्ताव मँ अरुणाचल प्रदेश क भारत केरो अभिन्न अंग मानलो गेलै। सथें भारत केरो संप्रभुता आरू क्षेत्रीय अखंडता केरो भी समर्थन करलो गेलै।
मैकमोहन रेखा क मान्यता दै के अलावा प्रस्ताव मँ, ई क्षेत्र मँ चीन केरो उकसाबै वाला गतिविधियो के भी निंदा करलो गेलो छै। प्रस्ताव मँ कहलो गेलो छै कि वास्तविक नियंत्रण रेखा प यथास्थिति क बदलै लेली चीन सैन्य बल केरो उपयोग करी रहलो छै। आरू विवादित क्षेत्रो मँ गामो के निर्माण आरू अरुणाचल प्रदेश के शहरो लेली मंदारिन भाषा के नामो के साथ मानचित्रो के प्रकाशन करी रहलो छै। साथ ही भूटान प भी चीन अपनो दावा करी रहलो छै।
जापान मँ अमरीका के पूर्व राजदूत आरू सीनेटर बिल हैगर्टी नँ कहलकै कि ई प्रस्ताव अरुणाचल प्रदेश क भारत केरो अभिन्न अंग के रूप मँ स्पष्ट रूप सँ मान्यता दै लेली सीनेट केरो समर्थन क व्यक्त करै छै। अरुणाचल प्रदेश केरो भारतीय क्षेत्र के रूप मँ फिर सँ पुष्टि आरू दक्षिण एशिया मँ चीन केरो उकसाबै वाला गतिविधियो के निंदा शीर्षक वाला ई प्रस्ताव, पिछला साल दिसंबर मँ अरुणाचल केरो तवांग मँ भारतीय आरू चीनी सेना के बीच होलो एगो बड़ो झड़प के बाद ऐलै।